Sukanya Samriddhi Yojana: भारत की सरकार ने बेटियों के आने वाले भविष्य को उज्जवल को सुनहरा करने के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत एक स्कीम को शुरू किया था जिसमे बेटी के नाम से खाता खुलवाकर अभिभावकों को निवेश करना होता है। इस योजना में निवेश किये गए पैसे से अभिभावक बेटी की पढाई और शादी के ख़र्चों को मैनेज कर सकते है।
भारत सरकार की अब तक की सबसे महत्वाकांक्षी योजना सुकन्या समृद्धि योजना ने बेटियों के भविष्य को बदलकर रख दिया है क्योंकि इसमें काफी अधिक ब्याज दर का लाभ बेटियों को मिल जाता है। जिन माता पिता ने अभी तक अपनी बेटी के नाम से खाता नहीं खुलवाया है वे सभी आज के आर्टिकल को पढ़ने के बाद में खाता जरूर खुलवाएं क्योंकि ये बेटी के आने वाले भविष्य का सवाल है।
चलिए आपको इस लेख के माध्यम से इस स्कीम की जानकारी दे देते है की 2025 में आखिर आपको निवेश करने करना होगा और कितना रिटर्न बेटियों को मिलेगा इसकी भी गणना करके आपको बताने वाले है।
सुकन्या समृद्धि योजना – नियमों की जानकारी
बेटियों की इस योजना में माता पिता और अभिभवक निवेश कर सकते है। आपको बता दें की इसमें निवेश 15 साल के लिए करना होता है लेकिन रिटर्न का लाभ उसके 6 साल के बाद में मिलता है जब स्कीम की अवधी 21 साल की हो जाती है। 15 साल के निवेश के बाद में जो 6 साल बाकि रहते है उस दौरान भी सरकार इस योजना में ब्याज का लाभ देती रहती है। 21 साल की अवधी जब इस स्कीम में खाता खुलवाए हो जाता है तो रिटर्न का लाभ दिया जाता है।
सुकन्या समर्द्धि योजना में बेटी की आयु 10 साल होने तक ही खाता खुलवा सकते है तो इससे अधिक आयु की बेटी के नाम से इस योजना में खाता नहीं खुलवाया जा सकता। जैसा की आप सभी को पता ही है की ये स्कीम भारत सरकार की और से शुरू की गई थी तो ये जान लीजिये की इसमें निवेश करने पर आपका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित रहता है और समय पर नियमों के हिसाब से आप निकासी भी कर सकते है।
निवेश की राशि – कितना निवेश कर सकते है?
इस योजना में निवेश करने की राशि को भी निर्धारित कर दिया गया है ताकि किसी भी प्रकार की ब्लैक मनी को इस योजना में नहीं लगाया जा सके। इस योजना में आप एक साल में कम से कम 250 रूपए जरूर जमा करें क्योंकि ये न्यूनतम निवेश की राशि है और अगर आप ये राशि किसी साल जमा नहीं करते है तो बेटी के खाते को सरकार की और से निष्क्रिय कर दिया जाता है। फिर जब आप उस खाते को फिर से शुरू करवाएंगे तो 50 रूपए सालाना के हिसाब से जुर्माना देना होता है। इसके अलावा जिस भी साल में आपने निवेश नहीं किया उस साल की राशि को भी निवेश करना होता है।
एसएसवाई योजना में अधिकतम निवेश एक साल के अंदर केवल 1 लाख 50 हजार का किया जा सकता है। इससे अधिक के निवेश पर आपको किसी भी प्रकार का ब्याज का लाभ नहीं दिया जाता है। दोस्तों आपको बता दें की बेटियों के लिए अब तक की ये सबसे बेस्ट स्कीम है और करोड़ों लोगों ने अपनी बेटी का खाता इसमें खुलवाया हुआ है तथा निवेश कर रहे है।
कौन कौन खुलवा सकता है इस योजना में खाता
भारत सरकार की और से चलाई जा रही इस स्कीम में देश के सभी नागरिक अपनी बेटी के नाम से खाता खुलवा सकते है। बेटी की आयु 10 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। एक परिवार में 2 बेटी है तो दोनों को ही लाभ देने की शर्त निर्धारित की गई है। इसके अलावा आपको ज्ञात होगा की इस स्कीम में तीन बेटियों को भी लाभ दिया जाता है लेकिन अगर जुड़वाँ बेटी हुई हिअ तभी 3 बेटियों को लाभ दिया जाने वाला है।
पढाई और शादी के लिए पैसे कब निकाल सकते है?
बेटी की पढाई करवानी है तो आपको उस पढाई के सभी डॉक्यूमेंट जमा करने होंगे और इसके बाद आपको स्कीम में जमा कुल राशि का 50 फीसदी तक पैसे निकालने की अनुमति दी जाती है। इसके अलावा आपको एक बात और भी बता देते है की बेटी की आयु 18 वर्ष की होने पर ही आप पढाई के लिए पैसे की निकासी कर सकते है।
इसके अलावा अगर आप बेटी की शादी कर रहे है और आपको पैसा की जरुरत जरूर पड़ेगी इसलिए सरकार ने इसके लिए भी नियम बनाया हुआ है। आप बेटी की शादी के ख़र्चों को पूरा करने के लिए इस स्कीम में से पैसे की निकासी कर सकते है।
1500 का निवेश की गणना – इतना पैसा मिलेगा
अगर आप इस स्कीम में बेटी के नाम से हर महीने 1500 का निवेश करेंगे तो आपको बता दें की 15 साल की एक लम्बी समय अवधी के लिए आपको ये निवेश लगातार करना होगा। 15 साल में आपकी तरफ से इस स्कीम में कुल 1 लाख 35 हजार जमा होते है। इसके बाद में जब स्कीम की मच्योरिटी का समय हो जाता है तो बेटियों को सरकार की तरफ से कुल 4 लाख 15 हजार 655 रूपए रिटर्न दिया जाता है।