अगर आप बेटी के पिता है और आप चाहते है की आपकी बिटिया रानी आगे चलकर अच्छे से पढाई करें और साथ में लाखों रूपए उसके पास में हो और जब आप उसकी शादी करें तो उसमे खर्चा करने की चिंता ना करनी पड़े तो भारत सरकार की एक स्कीम में आपको निवेश करना शुरू करना होगा। सरकार ने इस स्कीम को बेटियों के भविष्य के लिए खास डिज़ाइन किया है।
आप सभी की जानकारी के लिए बता दें की इस स्कीम में आपको 15 साल तक निवेश करना होगा और मच्योरिटी की अवधी 21 साल की होती है। इस स्कीम को भारत सरकार ने सुकन्या समर्द्धि योजना के नाम से शुरू किया था जो की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के अंतर्गत शुरू की गई है। इसमें केवल बेटियों के नाम से ही खाता खुलवाया जा सकता है। चलिए इसकी पूरी डिटेल आपको बताते है।
कौन कौन खुलवा सकता है इस स्कीम में खाता
सरकार ने इसमें खाता खुलवाने के लिए बेटियों को ही अधिकार दिया है। बेटी भारत की स्थाई निवासी होनी चाहिए। इसके अलावा बेटी की आयु 10 साल से अधिक नहीं होनी चाहिए। सरकार ने एक परिवार में से केवल 2 बेटियों को लाभ देने के लिए इस स्कीम को शुरू किया था और अब इसमें जुड़वां बेटी होने के केस में तीन बेटियों का भी निवेश करवाया जा सकता है।
ब्याज दर और निवेश का तरीका क्या है?
भारत सरकार वैसे तो इस स्कीम में समय समय पर ब्याज दरों में बढ़ौतरी करती रहती है लेकिन अभी साल 2025 में किसी भी प्रकार की बढ़ौतरी नहीं की गई है। बढ़ौतरी नहीं होने के चलते पिछले साल वाली ही ब्याज दरों का लाभ दिया जा रहा है। बेटियों को सरकार निवेश करने पर मौजूदा समय में 8.2% सालाना ब्याज का लाभ देती है। ये ब्याज दर काफी बेहतरीन है क्योंकि बाकि योजनाओं में इतनी अधिक ब्याज दर देखने को नहीं मिलती है।
रही बात निवेश करने की तो आपको बता दें की ये स्कीम भारत सरकार संचालित कर रही है तो देश के जितने भी वित्तीय संस्थान है उन सभी को इसमें खाता खुलवाने और स्कीम के लाभ देने का हक़ दिया हुआ है। इसलिए आप देश के किसी भी बैंक में या फिर डाकघर में जाकर के इस स्कीम में बेटी के नाम से खाता खुलवा सकते है।
निवेश के लिए जरुरी डॉक्यूमेंट ये है
आप इस स्कीम में जब बेटी के नाम से अकाउंट ओपन करवाएंगे तो आपको कुछ डॉक्यूमेंट भी देने होंगे क्योंकि इन्ही के आधार पर बेटी की आयु निर्धारित की जाती है और बेटी के माता पिता या फिर अभिभावक की पहचान की जाती है। देखिये सुकन्या समर्द्धि योजना के लिए जरुरी दस्तावेज –
- बेटी के जन्म का प्रमाण पत्र
- बेटी के माता पिता या फिर अभिभावक का आधार कार्ड
- माता पिता या अभिभावक का स्थाई अनिवास प्रमाण पत्र
- माता पिता और बेटी का पासपोर्ट साइज का फोटो
रिटर्न की गणना ऐसे होगी
बेटियों के लिए सरकार की तरफ से चलाई जा रही इस स्कीम में आप हर महीने अगर 3 हजार का निवेश करेंगे तो आपको ये निवेश हर महीने 3 हजार के हिसाब से आने वाले 15 साल तक करना होगा। इस निवेश के हिसाब से एक साल में कुल 36 हजार आप जमा कर देते है और 15 साल में आपकी तरफ से बेटी के इस खाते में कुल 5 लाख 40 हजार जमा हो जाते है।
आप केवल 15 साल के लिए निवेश करते हैं लेकिन इस स्कीम में उसके 6 साल के बाद में बेटी को मच्योरिटी का लाभ दिया जाता है। मच्योरिटी पर 8.2 फीसदी के अनुसार गणना की जाती है और इसके अनुसार ₹16,62,619 रिटर्न दिया जाता है। इसमें आपने जो निवेश किया है वो भी शामिल है लेकिन अगर उसको अलग कर दिया जाए तो भी बेटी को सरकार की और से ₹11,22,619 ब्याज मिलता है।
पढाई और शादी के लिए मिलेगा खर्चा
सरकार ने इस स्कीम को बेटियों के लिए खास तरीके से डिज़ाइन किया है तो इसमें उनकी पढाई और शादी के लिए भी पूरा प्रबध किया है। इस स्कीम में आप पैसा हर महीने निवेश करते है और आपको बता दें की इस पैसे में से 50 फीसदी बेटी के 18 की होने पर आप निकाल सकते है जो की आपको उसकी पढाई के लिए खर्च करनी है।
इसके अलावा बेटी की शादी के समय में आप इस स्कीम में जमा पैसे से निकासी कर सकते है। आपको बता दें की शादी और पढाई के लिए आपको उसके प्रूफ देने होते है इसलिए शादी के कार्ड आदि आपको जमा करने होंगे तथा पढाई के लिए निकासी कर रहे है तो कॉलेज या फिर यूनिवर्सिटी के दाखिले आदि के दस्तावेज देने होते है।